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हमारा नियोग : भारतीय पानी में सुरक्षित नेविगेशन
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दीपस्तंभों पर बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र.
दीपस्तंभों को अलग-अलग रंगों में क्यों पेंट किया जाता है? क्या ये डिजाइन किसी चीज़ का प्रतिनिधित्व करते है?
उ. दीपस्तंभों को अलग-अलग रंगों व डिजाइन में इसलिए बनाया जाता है ताकि ये नाविकों की दिन के चिन्ह के तौर पर सहायता कर सके। इन अलग तरीके से रंगे दीपस्तंभों की मदद से नाविक दिन के समय में समुद्र में एरिया/क्षेत्र की पहचान कर सकते
प्र.
यदि इन दीपस्तंभों को दिन में क्षेत्र व एऱिया की पहचान करने के लिए अलग तरिके से पेंट किया गया है, तो आप रात के समय में कैसे उन्हें अलग बता सकते
उ. प्रत्येक दीपस्तंभ अलग-अलग अनुक्रम (शैली) में प्रकाश किरणें छोड़ते है। नाविक फ्लैशिंग लाइट (चमकती रोशनी) की शैली देखकर चार्ट की मदद से स्थान/क्षेत्र को पहचान सकते
प्र.
मानव सहित, मानव रहित दीपस्तंभ क्या
उ. जिस दीपस्तंभ को चलाने व उसके रखरखाव के लिए कर्मचारियों को नियुक्त किया जाता है उसे मानव सहित दीपस्तंभ कहा जाता है। अत्याधुनिक तकनीक के कारण दीपस्तंभ से सभी उपकरण सौर ऊर्जा के साथ ऑटोमैटिक प्रणाली में कार्य करते है। मानव रहित दीपस्तंभ अगम्य स्थानों (पँहुच से बाहर) पर बनाए जाते
प्र.
दीपस्तंभ की शक्ति या पावर का अनुमान कैसे लगाया जाता
उ. आमतौर पर दीपस्तंभ की शाक्ति का अनुमान समुद्री मील आधार पर लगाया जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो समुद्र में कितनी दूर से दीपस्तंभ का प्रकाश देखा जा सकता
प्र.
भारत में सबसे ऊँचा दीपस्तंभ कौन सा
उ. गुजरात के जखाउ दीपस्तंभ 45 मीटर की लम्बाई के साथ सबसे ऊंचा है। हाल ही के समय में हमनें कच्छ की खाड़ी में वीटीएस स्थापित किया है। जो रडार के साथ 60 मीटर का है। नाविकों के लाभ के लिए इन टॉवर पर लाइट स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। वीटीएस-जीओके के लिए 60 मीटर के टावर लगाया है, जहां प्रकाश की योजना बनाई जा रही है वे सभी नीचे दी गई है:
जखाउ (गुजरात, भारत)
छच्छी(गुजरात,भारत)
मांडवी(गुजरात,भारत)
ननीवाल (गुजरात,भारत)
भद्रेश्वर (गुजरात,भारत)
प्र.
दीपस्तंभ की ऊचांई अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न क्यों होती है?
उ. स्थान विशेष पर प्रकाश की दृष्यता के आवश्यकतानुसार दीपस्तंभ की ऊंचाई को डिज़ाइन किया जाता
प्र.
दीपस्तंभों किससे बनते है?
उ. आम तौर पर दीपस्तंभ ईंट/कंक्रीट/लोहे के बने होते है। सबसे पुराने दीपस्तंभों में से एक (रूवापरी दीपस्तंभ) जो कि भारत, गुजरात, भावनगर में स्थित है वह लकड़ी का बना हुआ है। इंद्रा पॉइंट (भारत के सुदूर दक्षिणी छोर अंडमान निकोबार द्वीप समूह), सूहेलीपर दीपस्तंभ (लक्ष्यद्वीप द्वीप, भारत), लुहारापॉइंट दीपस्तंभ ( भारत के पश्चिमी तट ) में ढलवा लोहे से बने दीपस्तंभ स्थित है। इससे और अधिक प्रचलित निर्माण सामग्री ईंट, लोहा और मजबूत कंक्रीट है।
प्र.
भारत में कितने दीपस्तंभ है?
उ. 185 दीपस्तंभ।
प्र.
भारत में सबसे पुराना दीपस्तंभ कौन सा है? ?
उ. सबसे पुराना दीपस्तंभ "फॉल्स पॉइंट" है, इसे 1838 में बनाया गया था, यह भारत के पूर्वी तट के साथ पारादीप, उड़ीसा के पास द्वीप में स्थित है।
प्र.
बिजली से पहले दीपस्तंभों में "प्रकाश" करने के लिए क्या इस्तेमाल किया जाता था?
उ.बिजली से पहले, कैरोसिन औऱ गैस प्रदीपक के तौर पर इस्तेमाल में लाए जाते थे।